Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी

Bewafa Shayari in Hindi

Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी
Bewafa Shayari in Hindi
तुम  चाहो  या  न  चाहो  चाहने  का  गम  नहीं ,
तुम  पास  से  गुजर  जाओ  तो  चाहत  से  काम  नहीं ,
मन  के  मेरी  चाहते  का  तुम्हे  क़दर  नहीं ,
क़दर  मेरी  उनसे  पूछो  जिन्हे  हम   हांसिल  नहीं ..!

Tum Chaho Ya Na Chaho Chahne Ka Gam Nahi,
Tum Paas Se Gujar Jao To Chahat Se Kam Nahi,
Mana Ke Meri Chahato Ka Tumhe Qadar Nahi,
Qadar Meri Unse Puchho Jinhe Hum Hansil Nahi..!

___________________________________________

वो मिली भी तो क्या मिली, 
बन के बेवफा मिली
इतने तो मेरे गुनाह न थे, 
जितनी मुझे सजा मिली

Wo mili bhi to kya mili, 
ban ke bewafa mili
Itne to mere gunah na the, 
jitni mujhe saza mili

___________________________________________

अब गिला क्या करना उनकी बेरुखी का यरून,
दिल ही तो है भर गया होगा

Ab gila kya karna unki berukhi ka yaroon,
dil hi to hai bhar gya hoga

___________________________________________

फ़िक्र तो तेरी आज भी है,
बस पहले हक़ था अब नहीं है

Fikr to teri aaj bhi hai,
bas phle haq tha ab nahi hai

___________________________________________

आग  दिल  में  लगी  जब  वो  खफा  हुए ,
महसूस  हुआ  तब  जब  वो  जुड़ा  हुए ,
करके  वफ़ा  कुछ  दे  न  सके  वो ,
पर  बहुत  कुछ  दे  गए  जब  वो  बेवफा  हुए .!

Aag Dil Me Lagi Jab Wo Khafa Huye,
Mehsus Hua Tab Jab Wo Juda Huye,
Karke Wafa Kuch De Na Sake Wo,
Par Bahut Kuch De Gaye Jab Wo Bewafa Huye.!

___________________________________________
Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी
Bewafa Shayari in Hindi
तू भी आईने की तरह बेवफा निकला
जो सामने आया उसका हो गया

Tu bhi aaine ki tarah bewafa nikla
jo samne aaya uska ho gya

___________________________________________

वो कहता है की मजबूरिया है बहुत…
साफ़ लफ़्ज़ों में खुद को बेवफा नहीं कहता

Wo kahta hai ki majbooriya hai bahut…
Saaf lafzo me khud ko bewafa nahi kahta

___________________________________________

ज़िंदगी में प्यार का पौधा लगाने
से पहले जमीन परख लेना
क्युकी हर मिट्टी की फितरत में वफा नहीं होती

Zindgi me pyar ka phodha lagane
se phle jamin parakh lena
Kyuki har mitti ki fitrat me waha nahi hoti

___________________________________________
Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी
Bewafa Shayari in Hindi
चलो यही सही हम बेवफा है,
पर ये तो बताये आप क्या है

Chlo yuhi sahi hum bewafa hai,
par ye to bataye aap kya hai

___________________________________________

मन की मोहब्बत की ये भी एक हकीकत है,
फिर भी जितना तुम बदले हो उतना भी नहीं बदला जाता

Mana ki mohabbat ki ye bhi ek hakikat hai,
phir bhi jitna tum badle ho utna bhi nahi badla jata

___________________________________________

उनकी  यादो  को  अपने  साथ  लेकर ,
घर  से  हम  हिजहॉ  के  मरे  निकले ,
मोहब्बत  तो  तुमने  भी  की  थी  सनम ,
मगर  इश्क़  में  सारे  जुर्म  हमारे  निकले ..!

Unki Yaado Ko Apne Sath Lekar,
Ghar Se Hum Hijhr Ke Mare Nikle,
Mohabbat To Tumne Bhi Ki Thi Sanam,
Magar Ishq Me Saare Jurm Humare Nikle..!

___________________________________________

तोडा कुछ इस अदा से रिश्ता उसने,
की सारी उम्र हम अपना कसूर ढूंढते रहे

Toda  kuch is ada se rishta usne,
ki sari umr hum apna ksoor dhundhte rahe

___________________________________________
Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी
Bewafa Shayari in Hindi
खुदा ने पूछा क्या सजा दूं उस बेवफा को,
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाये उसे भी

Khuda ne pucha kya saza du us bewafa ko,
dil ne kaha mohabbat ho jaye use bhi

___________________________________________

अगर मालूम होता कि इश्क इतना तड़पाता है
तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते

Agar maloom hota ki ishq itna tadpata hai
To dil jodne se phle hath jod lete

___________________________________________

कितनी भी जान छिड़क लो,
बदलने वाले बदल ही जाते है

Kitni bhi jaan chidak lo,
badlne wale badal hi jate hai

___________________________________________

मुबारक हो आपकी झूठी मोहब्बत ने
हँसते हुए इंसाने की दुनिया उजाड़ दी

Mubarak ho aapki jhuthi mohabbat ne
hanste hue insane ki dunia ujad di

___________________________________________

छोड़ दिया तूने मुझे भी औरों की तरह
अरे एक बार तो जान लेती मैं
चाहता ही क्या था तुमसे तुम्हारे सिवा

Chod diya tune mujhe bhi oro ki tarh
Are ek bar to jan leti me
chahta hi kya tha tumse tumhare siwa

___________________________________________

चाहे  दूर  तुम  रहो  हम  ज़िंदा  रह   लेंगे ,
दुःख  ज़िन्दगी  के  सरे  हम  सेह  लेंगे ,
तुम  खुश  रहो  गैरों  के  संग ,
हम  खुद  को  बेवफा  कह  लेंगे .

Chahe Door Tum Raho Hum Zinda Reh Lenge,
Dukh Zindagi Ke Sare Hum Seh Lenge,
Tum Khush Raho Geron Ke Sang,
Hum Khud Ko Bewafa Keh Lenge.

___________________________________________
Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी
Bewafa Shayari in Hindi
इतने जख्म खाए हुए है, 
अब इश्क़ भी होता नहीं
डर लगता है इस ज़माने में, 
कही सब बेवफा तो नहीं

Itne jakham khaye hue hai, 
ab ishq bhi hota nahi
Dar lagta hai is jamane me, 
kahi sab bewafa to nahi

___________________________________________

Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी Bewafa Shayari in Hindi || Shayari Bewafa || बेवफा शायरी Reviewed by Shobhit Aswal on May 10, 2020 Rating: 5
Powered by Blogger.